Agara Child Murder Case: आगरा से एक दिल दहला देने वाली खबर आई हैं, एक माँ ने देवर के साथ अवैध संबध छुपाने के लिए अपने ही 8 साल के बेटे की हत्या देवर से करवा दिया। उस मासूम का बस इतना कसूर था की माँ और चाचा को संबंध बनाते हुए देख लिया था।
देवर के साथ अवैध संबंध छुपाने के लिए मार दिया।
ऐसा कहा जाता है की दुनिया में माँ ही ऐसी है जो अपने बच्चे के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देगी यहाँ तक अपनी जान भी, लेकिन यहाँ तो बिल्कुल इसके ठीक उल्टा देखने को मिल रहा हैं, उत्तर प्रदेश के आगरा में ऐसी घटना सामने आई है जहा देवर के साथ चल रहे नाजायज रिश्ता छुपाने के लिए अपने ही 8 साल के मासूम बेटे का देवर से हत्या करवा दी।
यह घटना आगरा के पिनाहट थाना क्षेत्र के नयापुरा गांव की बताई जा रही है। आज तड़के सुबह जब गॉव के लोग उठे तो देखा के रास्ते में एक बोरी पड़ी हैं, लोगो को किसी के लाश होने का थोड़ा शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस आकर जब बोरा खोलती है तो उस में से एक बच्चे की लाश निकलती हैं। वो लाश किसी और की नहीं पास में ही रहने वाले रौनक (8 वर्ष) की थी जो की 28 नवम्बर शाम से ही लापता था।
पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर जाँच शुरू कर दिया जाँच करने के दौरान पुलिस को रौनक के चाचा भानु पर शक हुआ जब पुलिस ने उस से कड़ाई से पूछा तो उसने सारे राज खोल दिया उसने बताया की इसकी माँ यशोदा के कहने पर मैंने ही इसे मारा हैं, उसने बताया की रौनक ने यशोदा के साथ संबंध बनाते हुए देख लिया था, वही छुपाने के लिए इसकी हत्या करनी पड़ी।
माँ के कहने पर चाचा ने मुंगरी से पिट पिट कर मार डाला।
घटना 28 नवंबर की है शाम को करीब 4 बजे रौनक बहार से खेल कर घर आया तो देखा की उसकी माँ यशोदा और उसके चाचा भानु आपस में संबंध बना रहे थे, रौनक ये सब देख कर चौंक जाता है और कहता है की इस बात को मैं पापा से बताऊंगा की चाचा और मम्मी आपस में क्या करते हैं, रौनक के मुँह से ये बात सुनकर दोनों डर जाते हैं। तब भानु ने अपनी भाभी यशोदा से पूछता है की अब क्या किया जाए अगर ये नहीं मानता है और किसी से कह देगा तो हमारी बहुत बदनामी होगी।
यशोदा अपने बेटे रौनक को बहुत मनाने की कोशिश करती है लेकिन रौनक नहीं मनाता हैं, रौनक को मानाने के लिए उसे दस रुपया गुल्लक से निकाल कर देती हैं। उसके बाद भानु पूछता है की अगर ये नहीं माना तो क्या किया जायेगा तब यशोदा कहती है इसे मार डालते हैं नहीं तो हम दोनों कही मुँह दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे। यशोदा के कहने पर भानु रौनक की हत्या करने को तैयार हो जाता हैं।
कुरकुरे खिला कर उतरा मौत के घाट
यशोदा और भानु ने रौनक को मारने का पूरी तरह से प्लान बना लेने के बाद भानु, रौनक को पास के दुकान पर ले जाता है और उसको दस रुपया वाला कुरकुरा खरीद कर देता है और कहता है की आखिर बार कुरकुरा खा ले, कुरकुरा दिलाने के बाद उसे घर लाता है और उसे कुरकुरा खाने को देता है और घर में लेकर चला जाता है, मासूम के कुरकुरा खाने के दौरान ही उसने पास में रखी मुंगरी से उसके सर पर हमला कर देता है, हमला होते ही बच्चा नीचे जमीन पर गिरकर तड़पने लगता है और कहता है चाचू मुझे छोड़ दो मुझे मत मारो लेकिन उस हैवान के ऊपर खून सवार था और उसी मुंगरी से फिर से उसके सर पर जोर जोर से प्रहार कर के बच्चे को मौत के घाट उतार देता हैं।
बच्चे को हत्या करने के बाद तीन दिन तक लाश को बोरी में भरकर छुपाये रखे और और बच्चे को ढूंढने झूठ का दोनों भानु और यशोदा करते रहे। पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदार को फसाने के लिए लाश को छत पर छुपा कर रखे थे लेकिन मौका नहीं मिलने पर उन्होंने लाश को गली में ही फेंक दिया। घटना का खुलाशा तब हुआ जब बच्चे की लाश मिली।
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उन्हें कठोर से कठोर सजा दिलवाने का अस्वाशन दिया हैं।
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