Rahul Gandhi Raebareli : काफी लंबे इंतजार के बाद आखिर में कांग्रेस ने फैसला कर ही लिया। काफी दिनों से ये चर्चा आम थी राहुल गांधी स्मृति ईरानी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। राहुल गाँधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे और आज उन्होंने नामांकन भी कर दिया। आइये जानते है की आखिर कांग्रेस की क्या रणनीति है राहुल गाँधी को रायबरेली से चुनाव लड़ाने की।
Rahul Gandhi Raebareli : आखिर राहुल गाँधी ने अमेठी की जगह रायबरेली क्यों चुना ?
कांग्रेस पार्टी के सब से चर्चित और देश के लोकप्रय नेता 3 मई को उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा सीट से अपना नामंकन कर दिया। इस दौरन उनके साथ कांग्रेस पार्टी के तमाम बड़े नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौजूद थे।
रायबरेली से नामांकन करने के बाद राहुल गाँधी का रिएक्शन
राहुल गाँधी ने नामांकन करने के बाद सोशल मीडिया साइट X (ट्विटर) पर का की “रायबरेली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था! मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है। अमेठी और रायबरेली मेरे लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं और मुझे ख़ुशी है कि 40 वर्षों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। अन्याय के खिलाफ चल रही न्याय की जंग में, मैं मेरे अपनों की मोहब्बत और उनका आशीर्वाद मांगता हूं। मुझे विश्वास है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं।”
राहुल गाँधी को रायबरेली से लड़ा कर क्या संदेश देना चाहती है कांग्रेस
दरअसल काफी समय से से मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा चल रहा था की अंतिम समय में राहुल गाँधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे और प्रियंका गाँधी रायबरेली से। लेकिन अंत में इसके ठीक उलट हुआ। आखिर ऐसा क्यों ?
दरअसल कांग्रेस नहीं चाहती थी कभी भी मामला राहुल vs स्मृति ईरानी हो। अभी मामला राहुल vs नरेंद्र मोदी चल रहा है। अगर राहुल गाँधी अमेठी से चुनाव लड़ते तो पुरे दिन मीडिया पर राहुल vs स्मृति ईरानी चलता और यही कांग्रेस नहीं चाहती थी।
दूसरी वजह ये है की अगर स्मृति ईरानी अमेठी में कांग्रेस के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा से चुनाव हारती है तो पुरे देश में ये मेसेज जायेगा की अमेठी की जनता स्मृति ईरानी से परेशान थी और उनके खिलाफ विरोध का लहर था जिसके वजह से स्मृति ईरानी हारी। यही वजह है की अमेठी से राहुल गाँधी ने चुनाव नहीं लड़ा। ये सारी बाते कांग्रेस के एक बड़े पदाधिकारी का कहना हैं।
Rahul Gandhi Raebareli : रायबरेली से लड़ने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा
अमेठी से रायबरेली पहुंचे सहजादे से कहूंगा “डरो मत भागो मत” मीडिया के साथी कब से एग्जिट पोल की गड़ना करने में लगे हुए है की कौन जीतेगा। मै उन्हें कब से बता रहा हु देश बता रहा है की रिजल्ट क्लियर हैं। मैंने तो चुनाव से कई महीने पहले ही कहा था इनकी सब से बड़ी नेता चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं करेगी वो डर के मारे भाग जाएगी वो राजस्थान गई और राजस्थान से राजयसभा चली गई।
मैंने पहले ही बता दिया की शाहजादे वायनाड में हारने वाले है और जैसे ही वायनाड में मतदान खत्म होगा वो दूसरी सीट खोजने लगेंगे। और उनके चेले चपाटे कह रहे थे की अमेठी आएंगे लेकिन वो अमेठी से भी भागकर रायबरेली पहुंच गए। लेकिन वहा भी उनकी हार होने वाली हैं। ये लोगो से घूम घूम कर कहते फिरते है की डरो मत मै भी आज उनसे कहना चाहूंगा अरे “डरो मत भागो मत”
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