Fee Hike in Delhi schools: देश भर में प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी फीस बढ़ोतरी का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अभिभावकों और आम लोगों ने इस मुद्दे को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। दिल्ली सहित कई राज्यों में स्कूलों द्वारा फीस में 20% से लेकर 82% तक की बढ़ोतरी की खबरों ने मध्यम वर्गीय परिवारों को परेशान कर के रख दिया हैं। लोगो का कहना है की इन्होने लोग “शिक्षा का व्यापारीकरण” कर के रख दिया हैं और इस मामले में सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।
X पर लोगों का फूटा गुस्सा: “फीस नहीं, लूट है ये”
X पर कई यूजर्स ने प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ोतरी को “लूट” करार दिया है। एक यूजर ने गुस्से में लिखा, “दिल्ली में भाजपा सरकार आने के बाद स्कूलों की मनमानी बढ़ गई। जहाँ पहले ऑडिट से नियंत्रण था, अब कुछ नहीं।” एक अन्य यूजर ने सवाल उठाया, “20-82% फीस बढ़ोतरी का क्या औचित्य है? क्या सरकार मध्यम वर्ग को खत्म करना चाहती है?” लोगों का कहना है कि शिक्षा अब आम आदमी की पहुंच से बहुत दूर होती जा रही है।
अभिभावकों की परेशानी: आर्थिक बोझ और बच्चों का भविष्य क्या होगा ?
X पर अभिभावकों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि फीस बढ़ोतरी उनके बजट को बिगाड़ कर रख दिया हैं। एक यूजर ने लिखा, “स्कूल हर साल फीस बढ़ाते हैं, लेकिन सुविधाएं वही पुरानी। सरकार इस मामले में आखिर क्यों चुप है?” कई लोगों ने इसे बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ बताया और कहा कि अगर यही हाल रहा तो प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई करना अब सपना बनकर रह जाएगा। लोगो की मांग है सरकार शख्त कदम उठाये।
(नोट: यह आर्टिकल X पर लोगों की प्रतिक्रियाओं के आधार पर तैयार किया गया है और इसमें व्यक्त विचार लेखक के नहीं, बल्कि यूजर्स के हैं।)
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