Inverter ac vs non inverter ac: गर्मी शुरू हो गई हैं और अगर आप भी एयर कंडीशनर (AC) खरीदने की योजना बना रहे है तो ऐसे में लोगों के सामने एक बड़ा सवाल है होता है की – इन्वर्टर AC लें या नॉन-इन्वर्टर AC? दोनों के बीच तकनीक, लागत और ऊर्जा कुशलता में अंतर को समझना जरूरी है ताकि आप अपने बजट और जरूरतों के हिसाब से सही फैसला ले सकें। आइए, इन दोनों विकल्पों की तुलना करें और जानें कि कौन सा आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
दोनों के तकनीक में क्या अंतर हैं ?
आप को बता दे की इन्वर्टर AC में वेरिएबल स्पीड कंप्रेसर होता है, जो कमरे के तापमान के अनुसार अपनी गति को समायोजित करता रहता हैं। अगर कमरा ठंडा हो जाता है, तो कंप्रेसर धीमा हो जाता है, लेकिन बंद नहीं होता। इससे बिजली की बचत होती है और तापमान स्थिर रहता है। दूसरी ओर, नॉन-इन्वर्टर AC में फिक्स्ड स्पीड कंप्रेसर होता है, जो पूरी क्षमता पर चलता है और तापमान तय सीमा से नीचे आने पर बंद हो जाता है। यह ऑन-ऑफ साइकिल बिजली की खपत बढ़ाती है और तापमान में 1-2 डिग्री का उतार-चढ़ाव होता रहता हैं।
ऊर्जा कुशलता और बिजली बिल
ऊर्जा (बिजली) बचत के मामले में इन्वर्टर AC नॉन-इन्वर्टर से आगे है। विशेषज्ञों के अनुसार, इन्वर्टर AC 30-40% कम बिजली खपत करता है। उदाहरण के लिए, एक 1.5 टन इन्वर्टर AC अपनी क्षमता को 0.3 टन से 1.5 टन के बीच समायोजित कर सकता है, जिससे बिजली बिल में लंबे समय तक बचत होती है। वहीं, नॉन-इन्वर्टर AC बार-बार चालू-बंद होने के कारण ज्यादा बिजली खर्च करता है, खासकर गर्म मौसम में।
लागत में कितना फर्क है?
अगर इसके लागत की बात करे तो प्रारंभिक लागत के हिसाब से नॉन-इन्वर्टर AC सस्ता है, जो बजट के प्रति जागरूक ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। हालांकि, इन्वर्टर AC की कीमत ज्यादा होने के बावजूद, यह लंबे समय में बिजली बिल की बचत के कारण फायदेमंद साबित होता है। लेकिन एक बात ध्यान देने योग्य है कि इन्वर्टर AC की मरम्मत, जैसे PCB रिपेयर, थोड़ा महंगा साबित होता हैं, जो की नॉन-इन्वर्टर की तुलना थोड़ा महंगा हैं।
आराम और शोर का स्तर
आपको बता दे की इन्वर्टर AC तापमान को स्थिर रखता है और शांत ऑपरेशन देता है, जो रात में सोने के लिए काफी आरामदायक होता है। कई मॉडल्स में स्लीप मोड या क्वाइट मोड जैसे फीचर्स भी होते हैं। वहीं, नॉन-इन्वर्टर AC में शोर ज्यादा होता है और तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण यह कम आरामदायक साबित हो सकता है।
पर्यावरण के लिहाज से कौन सा AC ठीक रहेगा।
इन्वर्टर AC में अक्सर R32 रेफ्रिजरेंट का इस्तेमाल होता है, जो कूलिंग में बेहतर है और पर्यावरण पर कम प्रभाव डालता है। इसके कंप्रेसर की उम्र भी लंबी होती है। दूसरी ओर, नॉन-इन्वर्टर AC में पुराने रेफ्रिजरेंट्स इस्तेमाल किया जाता हैं। और बार-बार ऑन-ऑफ होने से कंप्रेसर जल्दी खराब होने की सम्भावना बना रहता हैं।
कौन सा AC चुनें?
अगर आप रोजाना 8-10 घंटे AC चलाते हैं और बिजली बचत चाहते हैं, तो इन्वर्टर AC आपके लिए बेहतर है। यह उन लोगों के लिए भी उपयुक्त है जो लगातार कूलिंग और शांत वातावरण चाहते हैं। वहीं, अगर आपका बजट सीमित है और AC का उपयोग केवल कुछ घंटों के लिए या हल्के मौसम में होता है, तो नॉन-इन्वर्टर AC सस्ता और ठीक विकल्प हो सकता है।
विशेषज्ञों को क्या कहना है ?
तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि इन्वर्टर AC भविष्य की तकनीक है, जो ऊर्जा बचत और उपयोगकर्ता अनुभव में बेहतर है। हालांकि, खरीदने से पहले अपनी जरूरतों, कमरे के आकार और बिजली की दरों को ध्यान में रखें।
निष्कर्ष
गर्मियों में सही AC चुनना आपके बजट और आराम दोनों के लिए जरूरी है। इन्वर्टर AC लंबे समय में निवेश के लायक है, वही जबकि नॉन-इन्वर्टर AC कम बजट में भी ला सकते हैं। तो, अपनी प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए सही विकल्प चुनें और इस गर्मी को ठंडक के साथ एंजॉय करें!
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